राष्ट्रपति कोविंद ने सोमवार (08-नवंबर-2021) को राष्ट्रपति भवन नई दिल्ली में सामाजिक कार्य के लिए श्रीमती तुलसी गौड़ा को पद्म श्री प्रदान किया। वह कर्नाटक की एक पर्यावरणविद् हैं, जिन्होंने 30,000 से अधिक पौधे लगाए हैं और पिछले छह दशकों से पर्यावरण संरक्षण गतिविधियों में शामिल हैं। उन्हें ‘वन का विश्वकोश’ के रूप में भी जाना जाता है। उन्हें पारंपरिक पोशाक में पुरस्कार मिला। वह कर्नाटक में हलक्की स्वदेशी जनजाति से ताल्लुक रखती हैं। वह गरीब परिवार में पली-बढ़ी। वह 12 साल की उम्र से पौधे लगा रही हैं। इंडिया टुडे के अनुसार, गौड़ा एक अस्थायी स्वयंसेवक के रूप में वन विभाग में भी शामिल हुईं, जहां उन्हें प्रकृति संरक्षण के प्रति समर्पण के लिए पहचाना गया। बाद में उन्हें विभाग में स्थायी नौकरी की पेशकश की गई।